राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया। जिसे लेकर IANS की खास बातचीत में स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि मैंने संस्कृत में चार महाकाव्य लिखे हैं और लोग दो नहीं लिख पाते। मुश्किल से एक ही लिख पाते हैं और अभी मैं श्री मैथिली मंगलम लिख रहा हूं। हिंदी में भी मैंने दो महाकाव्य लिखे हैं। मेरा दूत काव्य बहुत बड़ा है। वहीं पहलगाम हमले को लेकर स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने जो धर्म पूछ कर लोगों को मारा था, उसका बदला हम लोगों ने अच्छे ले लिया है। और बहुत अच्छा बदला लिया है। वेदों मे भी कहा गया है कि जो हमें मार रहा हो उसको हम पूर्ण रूप से मार डालें।
Swami Rambhadracharya ने पहलगाम हमले को लेकर कही दो टूक
Updated: May 17, 2025 1:55 PM